अब कद्दू से होगा आयुर्वेदिक उपचार- चिमुर तहसील में किया जा रहा है अनोखा प्रयोग

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✒️सुयोग सुरेश डांगे(विशेष प्रतिनिधी)

चिमूर(दि.3नोव्हेंबर):-चिमूर तहसील के जांभुलघाट स्थित एक खेती मे अनोखा प्रयोग किया किया जा रहा है जिससे आयुर्वेदिक से जुड़ी औषधियों का निर्माण किया जा रहा है. वनराई हर्बल फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड से अनेक दुर्लभ बीमारियों पर इलाज किया जा सकता है यह प्लांट चिमुर तहसील में एक अनोखा प्लांट की नजर से देखा जा रहा है इससे अनेक रोजगार के अवसर भी उपलब्ध किए जा रहे हैं ।

आठवले समाज कार्य महाविद्यालय चिमुर के हेड ऑफ डिपार्टमेंट ऑफ एम.फिल. डॉक्टर गजानन बन्सोड इस उपक्रम को क्रियान्वित कर रहे हैं जिन्होंने अपने खेत में आयुर्वेदिक प्रजातियों को उगाया है जिसमें कद्दू ,करेला, ककड़ी, एलोवेरा ,शतावर, सफेद मूसली ,अशवगंध,आदि वनस्पतियों का उत्पादन लिया जा रहा है इतना ही नहीं इस में सब्जियों का भी उत्पादन हो रहा है जिसमें आयुर्वेदिक तत्वों को अनुवांशिक गुणों तथा जनुकिय तत्वों को मिलाकर दुर्लभ बीमारियों में इलाज के लिए उपयोग में लाया जा रहा है उल्लेखनीय है कि इस लॉकडॉन की स्थिति में ग्रीन राइस नाम से एक धान की फसल उगाई जा रही है जिससे मैगरईन जैसी बीमारियों का इलाज भी किया जाता है।

जिससे मरीजों को काफी राहत मिल रही है वह इस औषधि वनस्पतियों की सराहना पूरे तहसील में हो रही है।गौरतलब है कि इस खेती में ऐसे कद्दू का निर्माण किया जा रहा है जिससे वात विकार मतिमंदत्व अथवा मुद्रा से के विकार शुक्राणु की कमतरता आदि पर गुणकारा इलाज किया जाता है यह कद्दू चीमुर तहसील में काफी प्रसिद्ध हो चुका है जिससे इसकी मांग भी बढ़ रही है अन्य किसानों को डॉक्टर बन्सोड ने आवाहन किया है कि इस तरह की खेती से अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारा जा सकता है